मरवाही उपचुनाव में जाति के विवाद के बीच सियासत गरमा गई है

अमित पाटले बिलासपुर, // रविवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा ने नकली आदिवासी के मुद्दे पर चुनाव लड़ा और सत्ता में आए। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने जाति मामले में 15 साल लगा दिए, और उसी के दम पर सत्ता हासिल की। जोगी की जाति के संबंध में उनकी ही शिकायत थी। सब जानते है कि किस प्रकार से इनकी जुगलबंदी रही है।
सीएम बघेल ने कहा कि आदिवासी या अनुसूचित जाति के नाम पर बहुत से लोग फर्जी सर्टिफिकेट बनाकर नौकरी करते हैं। शिकायत होती है तो स्टे लेकर सालों तक फायदा उठाते रहते हैं। अब फैसला आया तो भाजपा को इसका स्वागत करना चाहिए, जो वो 15 साल में नहीं कर पाए- हमने 18 महीने में कर दिया। दरअसल, मरवाही में उपचुनाव में नामांकन पत्र दाखिल करने वाले अमित जोगी और ऋचा जोगी का पहले जाति सर्टिफिकेट रद्द कर दिया गया। बाद में इसी काे आधार बनाकर नामांकन पत्र भी खारिज कर दिया गया था। इस सीट से अजीत जोगी विधायक बने थे।
डॉ. रमन बोले- डरी हुई है सरकार
एक दिन पहले इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा था कि देश में लोकतंत्र है, प्रजातंत्र है। कांग्रेस की सरकार डरी हुई है। इस तरह से नामांकन रद्द कर देना ही यह बात दिखाता है। कांग्रेस की सराकार घबराई हुई है। चुनाव लड़ना ही नहीं चाहती। किसी भी तरह से नॉमिनेशन रद्द करने की हड़बड़ी थी, उनका भय दिख रहा है। सभी को चुनाव लड़ने का अधिकार है। मरवाही में कांग्रेस ने 50 विधायक 5 मंत्री लगा रखे हैं। उनका पूरा तंत्र बैठा है, सरकार है उनकी, मगर वो जानते हैं कि वहां उनकी जमीन खिसक रही है।
अमित बोले- कानूनी लड़ाई लड़कर लेंगे अधिकार और सम्मान
जनता कांग्रेस नामांकन रद्द होने से नाराज है। रविवार को इस मामले में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की तैयारी है। अमित जोगी ने नामांकन रद्द किए जाने पर कहा कि चलो सरकार ने माना तो कि “जोगी को हराना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है”। मुख्यमंत्री के इशारे पर मेरा नामांकन खारिज कराना स्वर्गीय अजीत जोगी और मरवाही की जनता का अपमान है। स्व. श्री अजीत जोगी जी के जीते जी लगातार उनका अपमान किया, उसके बाद उनके परिवार को राजनीतिक रूप से खत्म करने की साजिश चल रही है। हमारा मरवाही की जनता से आत्मिक और पारिवारिक रिश्ता था, है और रहेगा। हम कानून की लड़ाई लड़ेंगे और अपना सम्मान व अधिकार प्राप्त करेंगे।
RJ रमझाझर न्यूज़